कहीं मारपीट भ्रष्टाचारो के बीच देश क्या से क्या हो गया। हिन्दीकविता hindikavita क्या खोया क्या पाया कुछ खोया कुछ पाया हमने कभी धूप कहीं छांव मन का भवन आजादी दंगे धर्म इंतज़ार अजनबी कहीं देखा देश साल क्या नीयत

Hindi आजादी के साल हुए कई। पर क्या हमने पाया है कहीं दंगे Poems