वीर सेनानियों की वीर गाथाओ से बच्चे हो गए है अनजान। हर तरफ छाया है भ्रष्टाचार संसद में नेताग... वीर सेनानियों की वीर गाथाओ से बच्चे हो गए है अनजान। हर तरफ छाया है भ्रष्ट...
खुद को खुद से खींच रहा हूं भीगी पलकें मींच रहा हूं। खुद को खुद से खींच रहा हूं भीगी पलकें मींच रहा हूं।
विकास की धारा से धीरे-धीरे जुड़ रहा है यह देश मिलकर हम साथ रहे तो और खूबसूरत हो जाएगा स्वदेश ! विकास की धारा से धीरे-धीरे जुड़ रहा है यह देश मिलकर हम साथ रहे तो और खूबसूरत हो...
कहीं देखा है तुमने उसे जो मुझे सताया करती थी. कहीं देखा है तुमने उसे जो मुझे सताया करती थी.
आजादी के साल हुए कई पर क्या हमने पाया है आजादी के साल हुए कई पर क्या हमने पाया है
देश के इन युवाओं को क्या हो गया देश के इन युवाओं को क्या हो गया.. देश के इन युवाओं को क्या हो गया देश के इन युवाओं को क्या हो गया..